शीघ्र स्खलन का रामबाण इलाज:- (Shigharaskhlan Ka Ramban illaj)

जब कोई पुरुष सेक्स (Sex) क्रिया करने से पहले ही अपना नियंत्रण खोकर वीर्य खो देता है तो उसे शीघ्र स्खलन कहते है। इसकी वजह से सेक्स की उत्तेजना खत्म हो जाती है। और नतीजा यह होता है की सेक्स (sex) करने वाले दोनों लोग संतुष्ट नहीं हो पाते है। और यह प्रक्रिया लम्बे समय तक चलती है तो पुरुष के मानसिक स्तर पर नकारात्मक प्रभाव पड़ता है। और वह दबाव, तनाव, चिंता का शिकार होने लगता है। और इसी वजह से पुरुषो शीघ्रस्खलन हो जाता है। जो सही नहीं है

लिंग बढ़ाने की दवाई का नाम – एल अर्जीनाइन (L- arginine):-

यह कोई रोग नहीं है इसीलिए इसका कोई स्थाई इलाज भी नहीं है। यह एक मनोवैज्ञानिक समस्या है और इसका हल भी मनोविज्ञान चिकित्सक कर सकता है। या कोई सैक्सोलॉजिस्ट(Saycologist)। यह समस्या मानसिक स्तर से जुड़ी हुई है। किसी भी तरह का मानसिक तनाव पुरुष को दबाब, तनाव पुरुष को हीन भावना, चिंता और डिप्रेशन में डाल सकता है। इसकी वजह कुछ भी हो सकती है। जैसे हॉर्मोन के साथ समस्याये, चोट या कुछ दवाओं के साइड इफेक्ट्स आदि। इसकी वजह से पुरुषो में पिता बनने की चाहत पूरी नहीं हो पाती। और वो इसी चिंता में बिना डॉक्टर की सलाह के दवाइयां लेना शुरू करे देते है।

ट्रामाडॉल कितनी उपयोगी है:-

शीघ्रपत्तन एक पेनकिलर दवा है। जो इसी रोग से सम्बन्ध रखती है। ट्रामाडॉल(tramadol) एक थर्ड लाइन मेडिसन है। जो शीघ्रपत्तन से राहत देती है। इस समस्या में अक्सर यह दवा दी जाती है। लेकिन यह ध्यान रखिये की ओपीआर जैसी दवाई है। जिसकी लत लग सकती है। और बाद में बहुत परेशान करेगी बिना किसी डॉक्टर की सलाह के ट्रामाडॉल का इस्तमाल ना करें।

शीघ्र स्खलन का इलाज कैसे किया जाय:- 

1 . टॉपिकल एनेस्थेटिक:- यह एक ऐसी क्रीम है जो लिंग को सुन कर देती है और कभी-कभी इसका उपयोग इस समस्या को ठीक करने में किया जाता है। कई बार इस क्रीम(Creem) के साइड इफ़ेक्ट(Side Effect) भी होते है। और सेक्स सुख में कमी आ जाती है। और इसी वजह से शीघ्ररस्खलन की समस्या और बढ़ जाती है।

2 . एनाल्जेसिक:- किसी प्रकार के दर्द का इलाज करने के लिए ट्रामाडॉल का उपयोग किया जाता है। जिसका साइड इफ़ेक्ट (effect) आमतौर पर शीघ्रपतन में देरी करता है। ट्रामाडॉल का अधिकांश समय एसएसआरआइ के सयोजन के साथ निर्धारित किया जाता है।

3 . काउंसिलिंग:- इसमें डॉक्टर पुरुषो से उनकी समस्या के बारे में बात करते है। डॉक्टर पुरुष से उनकी परफॉरमेंस प्रेशर (Performance Pressure)के बारे में भी बात करते है। और तनाव से निपटने के तरीके भी बताते है।
4. शीघ्रपत्तन के इलाज में उपयोग की जाने वाली बहुत सारी औषधियाँ है। जो इलाज में काफी हद तक बदलाव लाती है। जिसमे क्लोमीप्रामाइन जैसे फ्लुओक्सेटीन, पेरोक्सेटीन, या सेरट्रलाइन और ट्राइसाइक्लिक एंटीडिप्रेसेंट ड्रग्स(Drug) भी दिए जाते है।

शीघ्रपतन और शीघ्र स्खलन के कारण:-

शीघ्रपतन और शीघ्र स्खलन होने के मुख्य कारण कौन-कौन से होते है। बचपन से ही हस्तमैथुन की आदत के कारण ही शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या शुरू हो जाती है। शुरुआती यौन अनुभव शीघ्रपतन और रस्खलन का मुख्य करण हो सकता है।
1 . यौन शोषण:- यौन शोषण शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का एक महत्वपूर्ण करण होता है। बहुत सारे पुरुषो का समय से पहले ही बाल्यावस्था में यौन शोषण हो जाता है।
2 . शरीर की ख़राब छवि:- कुछ युवा और पुरुषो का शरीर दुबला-पतला होता है। जिससे वह शीघ्रपतन और रस्खलन का शिकार हो जाते है। कमजोर शरीर के कारण वह बिस्तर पर लम्बे समय तक टिक नहीं पाते। शीघ्रपतन की समस्या उन्हें घेर लेती है। और वो व्यक्ति को बहुत ज्यादा कमजोर बना देती है। जिससे वो व्यक्ति शीघ्रपतन की समस्या से कभी बाहर नहीं आ पाता।
3 . शीघ्रपतन की चिंता करना :- कुछ पुरुष कभी कभार जल्दी वीर्य (virya) निकल जाने के कारण निराश हो जाते है। यही निराशा शीघ्रपतन और रस्खलन का कारण बनती है। क्योकि वह धीरे धीरे अवसाद का कारण बन जाती है।
4 .हस्तमैथुन को बढ़ावा देना:- आज की गलत सोच हस्तमैथुन को बढ़ावा देती है। यह शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का सबसे बड़ा कारण है।
5 . शराब व नशीली दवाओं का सेवन करना:- ड्रग्स और शराब के सेवन से हमारे शरीर पर हानिकारक दुष्प्रभाव पड़ते है। जिसका सीधा असर हमारे लीवर और किडनी पर पड़ता है। जो शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का कारण बनता है।
6 . निद्रा सम्बन्धी परेशानी:- शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का सबसे बड़ा और महत्वपूर्ण कारण नींद पूरी नहीं होने के कारण स्वपनदोष होता है। और जो की शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का रूप ले लेता है।
7 . वजन और भूख में कमी:- वजन कम होने के कारण या भूख कम लगने का सीधा असर हमारे शरीर पर पड़ता है। जिससे हमारे शरीर में कमजोरी आती है। तो शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या शुरू हो जाती है।
8 . वायरस और बैक्टीरिया के कारण:- जैविक कारक जैसे बैक्टीरिया, वायरस जो मानव स्वास्थय को नुकशान पहुंचा सकते है। जिसके कारण शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या शुरू हो जाती है।
9 . असामान्य हॉर्मोन का स्तर:- यदि शरीर में हॉर्मोन का संतुलन बिगड़ता है तो शरीर का संतुलन घटता और बढ़ता रहता है। तो इससे भी शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या हो सकती है।
10 . मुत्र मार्ग में समस्या:- प्रोस्टेट या मूत्रमार्ग की सूजन और संक्रमण भी कभी कभार शीघ्रपतन और रस्खलन की समस्या का कारण भी बन जाता है।

रस्खलन के लक्षण:-

1 . शीघ्रपतन और रस्खलन की बीमारी में पुरुष का लिंग उत्तेजित होते है ही वीर्य बाहर निकल जाता है तो यह रस्खलन की बीमारी का पहला लक्षण है।
2 . इस बीमारी में पुरुष को अपना पूरा ध्यान रखते की ज़रुरत होती है। और कामुक वस्तुओ, फोटो और वीडियो से दूर रहे।
3 . शीघ्रपतन और रस्खलन की बीमारी में पुरुष के लिंग से वीर्य जल्दी बाहर निकल जाता है।
4 . शीघ्रपतन और रस्खलन की बीमारी का एक कारण यौन उत्तेजना में कमी आ जाती है।
5 . शीघ्रपतन और रस्खलन का चौथा कारण यह भी है की शारारिक सम्बन्ध की प्रकिर्या शुरू होते ही वीर्य रस्खलन हो जाता है।
6 . शीघ्रपतन और रस्खलन का पांचवा कारण यह होता है की इसमें वीर्य एक मिनट से ज्यादा समय तक टिक नहीं पाता है।
7 . शीघ्रपतन और रस्खलन का छठा कारण

सारांश:-

शीघ्ररस्खलन की समस्या के बारे और उसे ठीक करने के बारे में हम आपको इस लेख में बताएगे जिससे आप घर पर ही शीघ्ररस्खलन का इलाज कर सकते है। वैसे तो शीघ्रस्खलन एक आम समस्या है इस समस्या में पुरुष सेक्स के समय जल्दी वीर्य निकल जाने के कारण वह चरम सुख का आनंद नहीं ले पाता और वह परेशान होकर बैठ जाता है। अब निराश होने की कोई ज़रुरत नहीं है। हमने इस लेख में जो लिखा है उसे नियम बना कर अपने जीवन में अपनाये जिससे आप सेक्स का पूरा आनंद उठा सके।

चेतावनी:-

अगर आप शीघ्ररस्खलन के लिए कोई आयुर्वेदिक दवा ले रहे है तो दवा लेने से पहले अपने डॉक्टर से परामर्श ज़रूर लें। बिना डॉक्टर की अनुमति के कोई भी कदम ना उठाएं।

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