कामिनी विद्रावन रस की आयुर्वेदिक:(Kamini vidhrawan rass ki ayurvedic Dwa):-

कामिनी विद्रावन रस की आयुर्वेदिक की क्लासिकल मेडिसिन है। यह दवा वीर्य स्तंभन गुणों से युक्त होती है इसके सेवन से जल्दी होने वाले वीर्यपात से आराम मिलता है। कामिनी विद्रावण में 12 औषध द्रव्यों की इस्तेमाल किया जाता है। इनमे अफीम इसका प्रधान द्रव्य है। अतः अफीम के वीर्य स्तंभन गुण इस दवा में मौजूद होते है। इसका लम्बे समय तक सेवन नहीं करना चाहिए। क्योकि प्रधान द्रव्य अफीम होने के कारण इसकी आदत लग सकती है। लेकिन शीघ्रपतन में यह दवा तुरंत राहत प्रदान करती है। यह वीर्य को गाड़ा करने का काम करती है। शुक्रवाहिनियो को बल प्रदान करके शीघ्रपतन से आराम दिलाती है। एक निश्चित अंतराल तक ही इसका सेवन करना चाहिए। फिर कुछ अंतराल के लिए इसका सेवन रोक देना चाहिए।

:कामिनी विद्रावण रस के घटक व जड़ी-बूटियों के नाम:-

1. अफीम।
2. शुद्ध सिंगरफ।
3. शुद्ध गंधक।
4. अकरकरा।
5. सोंठ।
6. लोंग।
7. केसर।
8. पीपल ।
9. जायफल।
10. चन्दन।
11. जावित्री।
12. शीतल जल।

कामिनी विद्रावन रस की निर्माण विधि:-

सबसे पहले सभी जड़ी बूटियों को ऊपर निर्देशित मात्रा के अनुपात में जितनी अवश्यकता हो उतनी ले ली जाती है लेकिन अनुपात ऊपर लिखे हुए के अनुसार ही रखा जाता है। अब सबसे पहले लौंग, निप्पल, केसर, चन्दन, जायफल, जावित्री, अकरकरा एव सोंठ सब का प्रथक बिलकुल महीन कपड़छान चूर्ण कर लिया जाता है। अब शुद्ध गंधक, शुद्ध सिंगरफ, एव अफीम को निर्देशित मात्रा में लेकर एकत्रित घोंट लिया जाता है। अच्छी तरह घोंटने के पश्चात इसमें बाकि बची जड़ी -बुटिया का कपड़छान चूर्ण मिलकर शीतल जल से अच्छी तरह घोंटकर 250 mg की गोलियां बना ली जाती है। इस प्रकार से शास्त्रोक्त कामिनी विद्रावण रस का निर्माण होता है। इस दवा का निर्माण निपूर्ण वैध या फारमोसिस्ट के द्वारा ही किया जाना चाहिए।

कामिनी विद्रावण रस के फायदे:-

इसे शीघ्रपतन, वीर्य का पतलापन एव यौनिच्छा में कमी की समस्या में आयुर्वेदिक(Ayurvedic) वैध के परामर्श से लिया जा सकता है। यह शुक्रवाहिनी नाड़ी को बल देती है जो वीर्य को जल्दी निकलने नहीं देती। साथ ही उत्तम वीर्य स्तंभक का कार्य करती है। दवा में अफीम होने के कारण लम्बे समय तक इसका इस्तेमाल नहीं करना चाहिए। अप्राकृतिक मैथुन, या स्वप्नदोष आदि के कारण पैदा हुए शीघ्रपतन(Shigharpatan) की शिकायत तथा वीर्य के पतलेपन को मिटाने में यह रसायन बहुत ही श्रेष्ट है। आयुर्वेदिक वैध के परामर्श से इसका सेवन एक निश्चित अंतराल तक किया जा सकता है।

निम्न विकारो में यह फायदा देती है।

(a) शीघ्रपतन।
(b) वीर्य का पतलापन।
(c) नपुंसकता।

कामिनी विद्रावण रस के नुकशान ( side effect of kamini Vidhrawan Ras):-

यह दवा पुरुषो के यौन कमजोरियों में काम आने वाली औषधि है। किसी भी दवा का सेवन करने से पहले उसके बारे में जान लेना उचित होता है। यह आयुर्वेदिक(Ayurvedic) की रस औषधि प्रकरण की दवा है। अर्थात रस औषधियो वे होती है। जिनमे खनिजो द्रव्यों का इस्तेमाल किया जाता है। कामिनी विद्रावण रस में सिंगरफ, गंधक जैसे घटक द्रव्यों का इस्तेमाल किया जाता है। भले ही इनके अपने गुण है लेकिन बगैर वैध परामर्श इसका सेवन करना नुकशान दायक हो सकता है। इस औषधि में प्रमुख जड़ी -बूटी अफीम है। अतः लम्बे समय तक सेवन करने से इसकी आदत लग सकती है। साथ ही बगैर वैध परामर्श के अनियमित एव गलत मात्रा में लेने से समस्या और गंभीर हो सकती है।

सेवन की विधि या मात्रा:-

 कामिनी विद्रावण रस का सेवन 125 से 250 mg तक किया जा सकता है। इसका सेवन रात्री में सोने से ठीक 1 घंटा पहले दूध के साथ किया जाना चाहिए। ध्यान दे आयुर्वेदिक चिकित्सक के परामर्श के बिना इसका सेवन नहीं करना चाहिए।

कामिनी विद्रावण रस के फायदे, नुकसान उपयोग विधि और मूल्य:-

कामिनी विद्रावण रस के अच्छे प्रभाव और कई खतरनाक दुष्प्रभाव भी है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है। की दवा के बारे में विस्तार से जाना जाए। इसके सेवन से आपके शरीर पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा और कैसे यह स्वास्थ्य(Swasthay) को प्रभावित करेगी, यह सभी जानकारी दवा(Dwa) को प्रयोग करने से फले ही भली-भांति जान लेना चाहिए। कामिनी(Kamini) विद्रावण रस एक आयुर्वेदिक दवाई है जिसे पुरुषो के यौन विकारो में दिया जा सकता है। यह वीर्य स्तंभक है, और वीर्य को गाड़ा करने वाली दवा है।
यह आयुर्वेद की रस औषधि है। जिससे हिगुल, पारे का एक भारी अयस्क है। यह रासायनिक संघटन में मकरध्वज जैसा है लेकिन गुणो में इसे इससे भिन्न माना गया है। आयुर्वेद की रस, वे औषधियां, वे दवाए है जिनसे हैवी मेटल्स होती है। इन दवाओं को कम दिनों तक और केवल डॉक्टर के पर्यवेक्षण में ही लिया जाता है। यह दवाए लम्बे समय के सेवन के लिए उपस्थित नहीं होती। रस औषधियो उन्हें आयुर्वेदिक फॉर्मेसी(Ayurvedic formacy) की ख़रीदनी चाहिए जो की अच्छी, पुरानी और जानी-मानी हो। इन्हे बनाना कठिन होता है और यदि यह ठीक से न बनाई गई हो तो स्वास्थ्य पर बहुत बुरा प्रभाव पड़ता है।
कामिनी विद्रावण रस के अच्छे प्रभाव और कई खतरनाक(Khatarnak) दुस्प्रभाव भी है। इसलिए यह बहुत ही आवश्यक है की दवा के बारे में विस्तार से जाना जाए। इसके सेवन से आपके शरीर पर किस तरह का प्रभाव पड़ेगा और कैसे यह स्वास्थ्य को प्रभावित करेगी, यह सभी जानकारी दवा को प्रयोग करने से पहले ही भली-भांति जान लेना चाहिए। यदि दवा ऐसी हो की जिसे प्रयोग करने से शरीर पर अच्छे परिणाम कम और दुस्प्रभाव अधिक हो, तो ऐसी दवा को न केवल लेने में ही भलाई है।

कामिनी विद्रावण रस के फायदे: (Benefits of Kamini Vidrawan Ras in Hindi):-

1. यह वीर्य को गाड़ा करता है।
2. यह स्तंभन में सहायक है।
3. यह नाड़ियो को ताकत देता है।
4. यह शीघ्रपतन में लाभदायक है।
5. यह रस यौन प्रदर्शन को सुधारने में सहायक है।

कामिनी विद्रावण रस के चिकित्सीय उपयोग:-

1. वीर्य का पतलापन।
2. नसों की कमजोरी।
3. शीघ्रपतन।
4. ऊर्जा, जोश की कमी।
5. कामेच्छा की कमी।
6. नामर्दी।

कामिनी विद्रावण रस के शरीर पर पड़ने वाले दुष्प्रभाव:-

1. इसमें अफीम है, अधिक समय तक लेने पर आप इसके आदि हो सकते है।
2. इसके सेवन से कब्ज की शिकायत हो जाती है।
3. यह मूत्र की मात्रा को भी कम कर देती है।
4. एक बार इसकी आदत पड़ जाने पर इसे मुश्किल हो जाती है।
5. छोड़ने पर व्यक्ति को बार बार लूज मोशन आते है, उलटी जैसा लगता है और इसे लेने की इच्छा होती है।
6. इसकी लत को छुड़ाने के लिए बहुत कोशिश और प्रोफेशनल की सहायता भी पड़ सकती है।
7. शुरू में यह सेक्स परफॉरमेंस(Performance) को बढ़ाने में सहयोगी है लेकिन कुछ महीनो यदि लगातार इसका सेवन कर लिया जाय तो सेक्स(Sex) करना भी मुश्किल हो जाता है।

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